नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण गुरुवार से पूरे देश में शुरू होगा। पहला टीका लगने के 74 दिन बाद शुरू होने जा रहे तीसरे चरण में 45 या उससे अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जाएगी। खास बात ये है कि अब 45 से 59 साल के आयुवर्ग वालों को टीका लगवाने के लिए किसी तरह का मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं दिखाना होगा। तीसरे चरण में ऐसे करीब 40 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।
उधर, केंद्र सरकार ने बुधवार को टीकाकरण को लेकर आयोजित बैठक में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश दिया है। खासतौर पर संक्रमण में दोबारा बढ़ोतरी से जूझने वाले जिलों में ऐसे क्षेत्र चिह्नित कर कठोर कदम उठाने का आदेश दिया गया है।
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बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) (National Health Authority) के सीईओ और उच्चाधिकार समूह (कोविड टीकाकरण) के अध्यक्ष डॉ. आरएस शर्मा व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने टीकाकरण अभियान की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित बैठक में राज्यों के मुख्य सचिवों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान (एनएचएम) के मिशन डायरेक्टरों और टीकाकरण अधिकारी शामिल रहे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बैठक में खासतौर पर कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों की समीक्षा की गई। ऐसे सभी क्षेत्रों को चिह्नित कर कठोर कदम उठाते हुए सभी योग्य लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया। बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा गया कि राज्य स्तर पर गठित टीकाकरण समितियों को हर दिन जिला और ग्रामीण स्तर पर समीक्षा करनी होगी। निजी केंद्रों की अलग से समीक्षा होगी ताकि टीकाकरण की पारदर्शिता, भंडारण और खुराक की अधिक बर्बादी को बेहतर तरीके से रोका जा सके। इसके अलावा कोविन प्लेटफॉर्म पर डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन का भी डाटा एकत्रित किया जाएगा।
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दरअसल स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि कोरोना वायरस के दोबारा बढ़ रहे मामलों के कारण टीकाकरण को बढ़ाना बेहद जरूरी है ताकि हर्ड इम्युनिटी की ओर बढ़ा जाए। इसीलिए सरकार टीकाकरण का तीसरा चरण भी महज एक माह के अंतर पर शुरू करने जा रही है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को सबसे अधिक प्रभावित जिलों में अगले दो हफ्ते के अंदर 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन की डोज देने का निर्देश दिया है।
6 परसेंट वैक्सीन की हो चुकी बर्बादी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बैठक में वैक्सीन की डोज बर्बाद होने को लेकर चिंता जताई और राज्यों को इसके लिए सख्त योजना पर काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में करीब छह फीसदी खुराक बर्बाद हो चुकी है। देश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है, लेकिन अब राज्यों को उनके खर्च के मुताबिक ही वैक्सीन दी जाएगी ताकि ओवर स्टॉक के चलते डोज बर्बाद न हो सकें। इसके अलावा एक्सपायरी डेट को लेकर भी सतर्कता बरतना जरूरी है। डॉ. शर्मा ने राज्यों को वैक्सीन की खुराक की बर्बादी को घटाकर एक फीसदी से कम पर लाने का लक्ष्य दिया। उन्होंने बताया कि राज्यों के पास वैक्सीन का पर्याप्त भंडारण है। सरकारी और निजी, दोनों ही क्षेत्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन आपूर्ति की जा रही है।
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एक दिन में सबसे ज्यादा मौत
कोरोना वायरस के मामलों में फिर से रोजाना बढ़ोतरी के साथ-साथ इस महामारी से हर दिन होनी वाली मौत के आंकड़ों में भी इजाफा हुआ है। पिछले एक दिन में 354 लोगों की कोरोना (Corona) से मौत हुई है। यह इस साल किसी एक दिन में महामारी से मरने वालों की सबसे ज्यादा संख्या है। इससे पहले मंगलवार को कोरोना से 271 लोगों की जान गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी माना है कि देश के कुछ हिस्सों में मौत की संख्या तेजी से बढ़ी है। इनमें महाराष्ट्र (Maharashtra), पंजाब (Punjab) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सबसे ऊपर हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 53,480 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 41,280 मरीजों को डिस्चॉर्ज किया गया। इस दौरान 354 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है।
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