इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 17 मार्च से शुरू हुए मौसम हालात अभी 25 मार्च तक जारी रहने का अनुमान है। प्रदेश में अगले 48 घंटे में फिर से बारिश होने के हालात बन रहे हैं। लगातार चौथे दिन शनिवार को गरज-चमक के साथ प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन में शाम के समय गरज-चमक की स्थिति बनने का अनुमान व्यक्त किया है।
मध्य प्रदेश में 23 मार्च से मौसम फिर से बिगड़ेगा और तेज गरज-चमक के साथ बौछारों की स्थिति बनेगी। इससे दिन और रात के तापमान में भी कमी आने और मार्च के आखिरी सप्ताह में गुलाबी सर्दी जैसा मौसम बनने की उम्मीद जताई जा रही है। 17 मार्च से शुरु हुई बारिश श॒क्रवार शाम जोरदार गरज-चमक के हुई थी। जिससे शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान में कमी आई, दिन में आसमान खुला रहा लेकिन ठंडी हवाओं और आते-जाते बादलों के चलते दोपहर तक तेज गर्मी का एहसास नहीं हुआ। दोपहर बाद तक मौसम खुला हुआ था लेकिन शाम होते ही एक बार फिर घने बादल छाए और गरज-चमक शुरू हो गई। इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की बूंदा-बांदी भी हुई।
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हालांकि दिन भर मौसम के खुले रहने के चलते अधिकतम तापमान में बढ़त हुई । मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि, परिचमी विक्षोभ मध्य और उत्तर पाकिस्तान तक पहुंच चुका है। इसका असर से हिमालय से राजस्थान तक है। इसके चलते राजस्थान प्रेरक चक्रवात बनेगा। जिस प्रेरक चक्रवात से पश्चिमी मप्र हिस्से सहित कई जगहों पर मौसम प्रभावित होगा। इस विक्षोभ के पीछे एक 21 मार्च की रात को एक पश्चिमी विक्षोभ और आ रहा है। यह 22 मार्च को हिमालयी क्षेत्र में 22 मार्च को प्रभावी हो जाएगा। 23 मार्च से यह प्रेरक चक्रवात को मजबूत करेगा एवं मप्र में वर्षा गतिविधियां बढ़ाएगा। वर्तमान में एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी यूर्व मप्र और सटे हुए विदर्भ में बना हुआ है। इसके अतिरिक्त के एक द्रोणिका बनी हुई है। प्रदेश में अभी तीन-चार दिन तक मौसम साफ होने की उम्मीद नहीं है।
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