भोपाल। मध्य प्रदेश में हर दिन 1000 से ज्यादा केंद्रों कोरोना का टीकाकरण किया जा रहा है। सभी केंद्रों में मिलाकर कुल 10 टीकाकरण दिनों में टीका के 12,772 डोज बेकार गए हैं। यह खोले गए कुल डोज का 4.9 फीसद है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने कहा कि आखिरी वायल खुलने के बाद लोग नहीं आते तो कुछ डोज बेकार जाते हैं। खोलने के 6 घंटे के भीतर टीका का उपयोग करना होता है। कोरोना टीका ही नहीं, हर टीके में 10 फीसद वेस्टेज का अनुमान रहता है। इस हिसाब से 4.9 फीसद काफी कम है।
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उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान के चलते सोमवार व मंगलवार को कोरोना का टीकाकरण नहीं किया जा रहा है। अब तक टीका लगवाने के लिए नहीं आए स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 3 व 4 फरवरी को मॉपराउंड किया जाएगा। दोनों दिनों में जो भी स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवाने के लिए आएगा, उसे टीका लगाया जाएगा। हां, वह पहले से कोविन पोर्टल पर पंजीकृत होना चाहिए। छह फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। इसमें नगर निगम, राजस्व, पुलिस व आपदा प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं।
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केंद्र सरकार से मिले हैं 10 फीसद अतिरिक्त डोज: डॉ. शुक्ला ने बताया कि अभी प्रदेश में सभी टीकाकरण केंद्रों पर कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है। एक वायल में 10 डोज रहते हैं। पूरी कोशिश की जाती है कि एक भी खुराक बेकार ना जाए। एक हजार से ज्यादा केंद्रों पर हर दिन टीका लगाया जा रहा है। ऐसे में एक जगह दो खुराक भी बेकार हुए तो आंकड़ा 2000 तक पहुंच जाता है। 10 फीसदी डोज बेकार होने का अनुमान रहता है। इसी लिहाज से केंद्र सरकार ने 10 फीसद अतिरिक्त खुराक दी है।