Ethereum के को-फाउंडर ने कोरोना राहत कोष में भारत के लिए दिए 4.5 करोड़ रुपये

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Ethereum के सह-संस्थापक विटालिक बुटेरिन ने भारत के अन्दर COVID-19 महामारी में राहत के लिए दान राशि दी है। एक पोस्ट के द्वारा बुटेरिन ने 100 ETH और 100 MKR, जो कि $606,110 के आसपास (लगभग 4.5 करोड़ रुपये) की राशि दी है। Ethereum एक ओपन सोर्स ब्लॉकचेन सॉफ्टवेयर है जो कि 2014 में बनाया गया था। यह ब्लॉकचेन पर कॉन्ट्रैक्ट्स बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। हाल के दिनों में यह काफी चर्चा में रहा। चर्चा का कारण था इसका गैर-प्रतिस्थापित टोकन (NFTs) बनाना और उनका स्थानांतरण करना। ये टोकन विशिष्ट पहचान लिये होते हैं और एक व्यक्ति के द्वारा रखे जाते हैं। Ethereum के पास Ether नाम की करंसी है जो कि Bitcoin के बाद विश्व की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी है।

 

 

भारत में जितने क्षेत्र और पैमाने पर कोरोना वारयस त्रासदी लेकर आया है उससे कई राहत प्रयास एकदम से उभर कर आए हैं। इनमें व्यक्तिगत सहायता से लेकर कंपनियां तक प्रभावितों को ऑक्सीजन और अन्य आपात सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए धनराशि दे रही हैं। विश्वभर से लोग भारत की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। वहीं पर बुटेरिन की डोनेशन के बाद उम्मीद लगाई जा सकती है कि वैश्विक क्रिप्टोकरंसी समुदाय भी यहां के हालातों में बदलाव लाने के लिए सहायता करेगा। बुटेरिन के ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने EtherScan के लिंक पोस्ट किए हैं। EtherScan, Ethereum के लिए ब्लॉकचेन डेटा शेयर करने के लिए बनाया गया एक स्वतंत्र प्लेटफॉर्म है। इसमें 100 MKR (Maker) और 100 ETH (Ether) का ट्रांजेक्शन दिखाया गया है। इसकी मार्केट वैल्यू $600,000 के करीब यानि कि लगभग 4.5 करोड़ रुपये के बराबर है।

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ट्विट के जरिये बुटेरिन ने COVID-19 रिलीफ फन्ड बनाने के लिए भारतीय टेक फाउंडर संदीप नैलवाल का धन्यवाद किया है। उन्होंने भारतीय मूल के टेक्नोलॉजी इन्वेस्टर और व्यवसायी बालाजी श्रीनिवासन का भी इस कैम्पेन को बूस्ट करने के लिए धन्यवाद किया है। संदीप नैलवाल के ट्विट के मुताबिक वह इस फंड का प्रयोग ऑक्सीजन, भोजन और संभवत: गरीब मरीजों के लिए वैक्सीन की लागत जुटाने में करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया कि जो भी व्य्य किया जाएगा वह सार्वजनिक रूप से प्रकाशित होगा ताकि पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे।

 

 

हालांकि क्रिप्टोकरंसी व्यापक रूप से स्वीकार्य नहीं है इसलिए उसको आप इस तरह राहत फंड के लिए प्रयोग नहीं कर सकते हैं। फिर भी नाम के अलावा भी इनकी उच्च मार्केट वैल्यू है जिनमें Bitcoin सबसे बड़ी और प्रसिद्ध है। साथ ही अन्य जैसे Ether, Litecoin और सबसे बाद में Dogecoin भी आजकल डिमांड में है। खबर लिखने के समय Bitcoin की कीमत 37,12,394 रुपये थी जबकि Ethereum वर्तमान में 1,63,519 रुपये में बिक रहा है। वहीं एक Litecoin की कीमत 16,829 रुपये है। इसका अर्थ यह है कि इस फंड को धनराशि बनाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है जो कि इस संकट के समय में लाभकारी होगा।

 

 

यद्दपि बुटेरिन ने यह दान अपनी व्यक्तिगत क्षमता से दिया है मगर Ethereum Foundation ने इससे पहले भी कई बार इस तरह के दान किए हैं। पिछले वर्ष इस संस्था ने UNICEF को 1,125 ETH दान किए थे। यह उस वक्त $262,000 के करीब (लगभग 1.9 करोड़ रुपये) का था। इससे पहले भी 2019 में संस्था ने लगभग $150,000 (1 करोड़ रुपये के करीब) का दान Bitcoin और Ether के रूप में UNICEF के एक्सपेरीमेंटल क्रिप्टो फंड में दिया था।

 

 

यह फंड विश्वभर में निवेश के लिए दिया गया था और 2020 का दान COVID-19 संकट के प्रभावों को कम करने हेतु निवेश के लिए दिया गया था, मीडिया को दिए बयान में UNICEF के प्रवक्ता ने कहा। रिपोर्ट के मुताबिक UNICEF भारत, अर्जेंटिना, चीन और तुर्की में स्टार्टअप कर रही है। ऐसा ही एक स्टार्टअप भारत में StaTwig है जो कि वर्तमान में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इसकी वेबसाइट पर इस प्रोजेक्ट का नाम Vaccine Ledger दिया गया है। इसका काम वैक्सीन की हर एक यूनिट को ट्रेस करने का होगा। यह एक्सपायर हो चुके उत्पाद का पता लगाने से लेकर कोल्ड चेन मॉनिटरिंग करने तक और भी कई तरह के काम करेगा।

 

 

 

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