रीवा। इस समय वैवाहिक कार्यक्रमों का दौर चल रहा है। ढोल-ढमाके और नगाड़े, डीजे, रोडलाइट के साथ बारात निकलती है। सड़क पर बारात आते ही हर व्यस्ततम मार्ग अवरूद्ध हो जाते हैं। इतना जाम लगता है कि दोनों साइड में वाहनों की कतार लग जाती है। किसको कितनी इमरजेंसी है, कोई नहीं देखता। एम्बुलेंस फंसी रहती है। मरीज छटपटाता रहता है। न बारातियों को कुछ समझ में आता और न प्रशासन इस जाम को देखकर कोई कार्रवाई करता। शाम को 8 बजे से बारात निकलना शुरु हो जाती है। रात में 12 1 बजे तक शहर की कोई सड़क ऐसी नहीं है जहां पर जाम न दिखे। पूरी सड़क पर बाराती नांचते हैं अगर उन्हें कोई एक साइड में करने की बात करे तो लड़ाई पर उतारू होते हैं।
शहर पूरी तरह से अव्यवस्था के साए में है। इससे निजात शहरवासी चाहते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी व्यवस्था करें कि बाराती रोड जाम न करें। इसके लिए एसडीएम, तहसीलदार और समस्त थाना प्रभारियों को संयुक्त टीम बनाकर निगरानी करनी चाहिए।
इसे भी पढ़ें :- UP News: PM Modi ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया, एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा
सड़क पर पटाखेबाजी
जैसे ही बारात डीजे के साथ निकलती है पटाखेबाजी शुरु हो जाती है। जिन पटाखों को दीवाली के समय प्रतिबंधित किया गया है उससे ज्यादा पॉवर के पटाखे सड़कों में रखकर फोड़े जाते हैं। कभी-कभी तो ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं कि मोटर साइकिल और कार जैसे ही वहां पर पहुंचते हैं पटाखे से जोरदार आवाज आती है। दीवाली के समय एक शहर में पटाखे फूटने के बाद घटना भी हो चुकी है।
सौ से अधिक बारातघर
शहर में सौ से अधिक बारातघर हैं। इक्का-दुक्का बारातघरों को छोड़ दें तो किसी में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। नियमों के विरूद्ध बारातघर चल रहे हैं। बारात विवाहघर में पहुंचने से पहले जिस होटल, रेस्टोरेंट में ठहराई जाती है वहां भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इसलिए और भी जाम की स्थिति निर्मित होती है।
इसे भी पढ़ें :- Vicky Kaushal और Katrina Kaif की शादी में गेस्ट्स को मोबाइल लाना माना है
थाना प्रभारियों को दी जाए जिम्मेदारी
जिस तरह की दिक्कतें लोगों को आ रही है तो प्रशासन को चाहिए कि थाना प्रभारियों को यह जिम्मेदारी दी जाए कि उनके क्षेत्र से अगर बारात निकलती है तो वे पेट्रोलिंग करें। बारातियों को समझाइश दें कि बीच सड़क में डांस न करें। इस तरह के डांस के दौरान कभी कोई वाहन दुर्घटना भी हो सकती है क्योंकि आज के परिवेश में हर किसी को जल्दी पड़ी है और वह इंतजार नहीं करता।
इस तरह स्थितियां
- सिरमौर चौराहा से समान तिराहा होकर होटल लैण्डमार्क के बीच आठ से अधिक विवाहघर बने हुए हैं। जब इस मार्ग से बारात इन विवाहघरों के लिए निकलती है तब समूचा मार्ग जाम हो जाता है।
- चिरहुला से बदराय के बीच चर विवाहघर बने हुए हैं। यात निकलते ही यही स्थिति रीवा-सीधी बाया गुढ़ मार्ग की होती है।
- ढेकहा तिराहा से बायपास सतना मार्ग में पांच से अधिक विवाहघर बने हुए हैं। सतना मार्ग अत्यतम व्यस्ततम मार्गों में है। बारात जब पूरे सड़क पर डांस करती है तो दोनों छोर में जाम लग जाता है।
- विश्वविद्यालय मार्ग में भी चार विवाहघर बने हुए हैं। इसी मार्ग से बारात निकलती है। तब आवागमन में परेशानी होती है।
- मार्तण्ड स्कूल के सामने दो विवाहघर बने हुए हैं. यहां भी यही हालात निर्मित होते हैं। कॉलेज मार्ग भी दो विवाहघरों के कारण जाम होता है।
- इसके अलावा शहर के अंदरूनी हिस्सों में भी विवाहघर बने है जो बारातें मुख्य मार्गों से ही निकलती है।
Follow 👇
लाइव अपडेट के लिए हमारे सोशल मीडिया को फॉलो करें: