इंदौर। 24 घंटे छकाने के बाद शिव धाम कॉलोनी (Shiv Dham Colony) से पकड़ में आया तेंदुआ दरअसल 36 घंटे से ज्यादा भूखा-प्यासा था। इसी कारण वह काफी आक्रामक हो चुका था। डा. उत्तम यादव ने बताया कि तेंदुआ डिहाइड्रेशन का शिकार होने से कमजोर हो गया था। वैसे शुक्रवार को तेंदुए की दिनचर्या सामान्य रही। अब उसे शनिवार को जंगल में छोड़ने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि वन अधिकारियों के निर्णय की प्रतीक्षा की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि झाबुआ फार्म हाउस से निकलकर लिंबोदी स्थित शिवधाम कालोनी में घुसे तेंदुए ने पांच लोगों को घायल कर दिया था। उसके पकड़े जाने के बाद क्षेत्र में दहशत कम हुई। पांच साल के इस तेंदुए को बेहोश करने के लिए करीब 200 एमएल का इंजेक्शन लगाया था। गुरुवार दोपहर पौने दो बजे तेंदुए को बेहोश कर पकड़ा जा सका था।
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यहां से तेंदुए को सीधे चिड़ियाघर लाया गया। डेढ़ घंटे बाद उसे होश आया, लेकिन भूखा-प्यासा रहने से वह डिड्राइड्रेशन का शिकार हो गया था। चिड़ियाघर प्रशासन ने तेंदुए के शरीर में पानी की कमी पूरी की। रात में खाना खाने के बाद तेंदुए का बर्ताव शांत हुआ।