रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सोमवार को सराफा कारोबारी अपनी-अपनी दुकानें बंद रखेंगे. इसे बंदी को छत्तीसगढ़ के कारोबारियों ने भी समर्थन दिया है. रायपुर सराफा एसोसिएशन (Raipur Bullion Association) के अध्यक्ष हरखमालू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन ने प्रदेश के सभी आभूषणों की दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि आभूषणों की अनिवार्य हॉलमार्किंग यूनिक ID (HUID) नियम के विरोध में दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. उनके मुताबिक, सिर्फ एक दिन में करीब 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा.
वहीं, अपनी मांगों को लेकर सराफा कारोबारियों ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मानक ब्यूरो प्रमुख प्रमोद तिवारी को ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया है. हरखमालू ने कहा कि हॉल मार्किंग की अनिवार्यता लेने के लिए व्यापारियों को HUID लेना अनिवार्य है. लेकिन HUID लेने के लिए काफी जटिल प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है. ऐसे में यह सराफा कारोबारियों के लिए परेशानी का एक सबब बन गया है. उनकी मानें तो इस नियम से व्यापारियों को काफी नुकसान होगा. यह कारीगरों के लिए एक तरह का फासीवादी कानून है. इसलिए इस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए.
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हरखमालू ने कहा कि नियम के मुताबिक, पूरा स्टॉक मानक ब्यूरो की वेबसाइट पर अपलोड करना है. एक एक प्रोडक्ट की डिटेलिंग होगी, सभी का नंबर जारी होगा. अब ग्रामीण सराफा व्यापारी पोर्टल या सॉफ्टवेयर कैसे ऑपरेट करेगा, जबकि पहले से ही आभूषणों में हॉलमार्किंग हो रही है. गहनों का रिकॉर्ड भी सरकार के पास है और क्वालिटी पर नियंत्रण भी. छत्तीसगढ़ में करीब 5500 करोबारी हैं. ऐसे में कइयों को परेशानी होगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गहने चोरी हो जाएं या कहीं गुम जाएं, अगर यह गलाए नहीं गए हैं तो इनके वास्तविक मालिक की पहचान आसानी से हो सकेगी. दरअसल, जिस तरह देश के सभी नागरिकों की पहचान आधार कार्ड में UID के जरिए की गई है, ठीक उसी तरह सरकार ने इसे से ज्वैलरी के हर नग की विशिष्ट पहचान (UID) अनिवार्य बना दिया है.
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