
भोपाल: चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ लिपिक हीरो केसवानी और उनके परिवार पर शुक्रवार को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को भोपाल में उनके आवासीय परिसरों की तलाशी लेने से रोकने के लिए मामला दर्ज किया गया।
जांच अधिकारी द्वारा बैरागढ़ पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई गई जिसके बाद हीरो, उसकी पत्नी और दो बेटों कमलेश और मोहित के खिलाफ धारा 186 (जहां आरोपी स्वेच्छा से अपने सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में एक लोक सेवक को बाधित करता है) और 353 के तहत मामला दर्ज किया गया। (जब लोक सेवक अपना कर्तव्य कर रहा हो तो उस समय हमला या आपराधिक बल का प्रयोग आवश्यक है)।
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आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू ने गुरुवार को उनके परिसरों की तलाशी ली थी। 54 वर्षीय केसवानी को आत्महत्या करने के इरादे से फर्श की सफाई करने वाले रसायन का सेवन करने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
कथित आत्महत्या की कोशिश के बाद छापेमारी रोकनी पड़ी और उसे हमीडिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों का कहना है कि उसे शनिवार को छुट्टी मिल सकती है। उसके खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज किया जाएगा।
लगभग 85 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई और तलाशी फिर से शुरू की गई। आगे की कार्रवाई उनकी पत्नी और दो बच्चों की मौजूदगी में की गई।
इनके घर से छह मकानों की रजिस्ट्री व कई अन्य संपत्तियों के अनुबंध मिले हैं। उनकी संपत्ति अब तक उनकी आय के ज्ञात स्रोत से 300 प्रतिशत से अधिक अधिक पाई गई है।
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